दंतेवाडा जिले के माटवाडा सलवा जुडूम केम्प में १८ मार्च २००८ को तीन आदिवासियों की हत्या हुई थी ! पुलिस ने दावा किया की ये हत्याएं नक्सलियों ने की हैं लेकिन उन मृतकों की विधवाए वनवासी चेतना आश्रम के कानूनी सहायता केंद्र में आयी और उन्होंने बताया की असल में उनके पतियों को पुलिस ने मारा था ! हम ने मीडिया को उन महिलाओं से बात कर महिलाओं का बयान भी सुनने की अपील की! इसके साथ ही एक याचिका छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट बिलासपुर में भी दायर की गयी थी . इस मामले में शुरू में पुलिस का जवाब था की हत्या नक्सलियों ने ही की है और ये विधवाएं नक्सलियों के कहने से पुलिस पर झूठा आरोप लगा रही हैं ! राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी इस मामले की जाँच की और अपनी रिपोर्ट में लिखा की घटना स्थल के सामने पुलिस चौकी है और केम्प के पीछे सी आर पी ऍफ़ का केम्प है ऐसे में पुलिस के बयान पर विश्वास करना मुश्किल है ! राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में आरोपी पुलिस कर्मियों ओर सलवा जुडूम से जुड़े एस पी ओ के विरुद्ध नयी ऍफ़ आई आर दर्ज करने का सुझाव दिया ! अब छत्तीसगढ़ सरकार ने इन हत्याओं में आरोपी ऐ एस आई पटेल, एस पी ओ कोसा और फोटू को गिरफ्तार किया है ! सेशन कोर्ट ने इनकी ज़मानत अर्जी खारिज कर दी है !आप को याद होगा की कुछ माह पूर्व इसी मामले में छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने इन महिलाओं को एक एक लाख रुपया अंतरिम मुआवजा देने का आदेश भी दिया था!
हमारे आस पास बहुत सारी चीजें घटती रहती हैं. कुछ अच्छी तो कुछ बुरी. उनके बारे में हम कुछ न कुछ कहना चाहते हैं. अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करना चाहते हैं. खास कर आस-पास हो रहे गलत कामों को लेकर बना यह ब्लॉग हमारे भीतर चल रही बेचैनियों को अभिव्यक्त करने और गलत कामों के खिलाफ उठ खड़े होने का जरिया बनेगा. यह एक सामूहिक मंच है जिसे हम सब साथी मिलकर चलाएंगे. यदि कोई जुडऩा चाहे तो उसका स्वागत है. Contact on- vthepeopleofindia@gmail.com
Tuesday, March 22, 2011
दंतेवाडा जिले के माटवाडा सलवा जुडूम केम्प में १८ मार्च २००८ को तीन आदिवासियों की हत्या हुई थी
by Himanshu Kumar on Saturday, March 19, 2011 at 11:30am
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रविन्द्र जी मुझे कहने में कोई संकोच नहीं की ब्लॉग पर ऐसी ही रचनाएँ होनी चाहिए, पर अफ़सोस होता है की यहाँ भी राजनिति शुरू है. और उसी राजनिति में शामिल होने को विवश होना पड़ा, क्या करें मजबूरी हैं. कुछ बुरा लोंगो के लिए बुरा होना भी जरुरी है आखिर हार हमी लोग क्यों मानते हैं. हर जगह झुकना पड़ता है. कभी कभी बड़ी घुटन सी होती है. खैर देखते हैं. हा आपको पढना मुझे अच्छा लगता है.
ReplyDeleteभारतीय ब्लॉग लेखक मंच शहीद दिवस पर आज़ादी के दीवाने शहीद-ए-आज़म भारत माता के वीर सपूत भगत सिंह सहित उन सभी वीर सपूतो को नमन करता है जिन्होंने भारत माता को आजाद करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी.
आईये हम सब मिलकर यह संकल्प ले की भारत की आन-बान और शान के लिए हम सदैव तत्पर रहेंगे. यह मंच आपका स्वागत करता है, आप अवश्य पधारें, यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो "फालोवर" बनकर हमारा उत्साहवर्धन अवश्य करें. साथ ही अपने अमूल्य सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ, ताकि इस मंच को हम नयी दिशा दे सकें. धन्यवाद . आपकी प्रतीक्षा में ....
भारतीय ब्लॉग लेखक मंच
manyavar aap rajneeti k khilaaf nai hai aap ek darpok mansikta k shikar hai . samay rahte hi ubar aaiye nai to rajneeti k shikar ho jayenge
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